dairy thought
पिछले कुछ दिनों से मेरी दिनचर्या अत्यंत अव्यवस्थित चल रही है..किसी भी कार्य का कोई समय निर्धारित नहीं रहा..जैसा मन कहे जा रहा वैसा मैं किए जा रहा..परन्तु अब समय आ गया है कि मैं अपने मन को नियंत्रित कर ज़रूरी कामों पर ध्यान लगाकर उन्हें समयबद्ध फिनिश करूं...!!!