गांव 🛞
। यात्राएं मेडिटेशन का काम करती है। आप जब भी यात्रा करते हैं तो आप महसूस करते हैं कि आपके साथ कुछ तो अजीब हो रहा है। कई दिनों से मुझे भी यात्रा करने की चूल मची थी। कई जगह यात्रा करने के बाद, मैंने नानी घर जाने का फैसला किया। मेरे नानी का गांव मेरे घर से 60 किलोमीटर की दूरी पर है। मैं अभी अपने नानी के घर पर हूं। मैंने ज्यादा कुछ नहीं दो जोड़े कपड़े और अपना मोबाइल और चार्जर बैग में रखा और बस पकड़ा और मैं यहां आ गया। बहुत दिनों से मुझे किसी गांव में रहने की हार्दिक इच्छा हो रही थी, मुझे नहीं मालूम था कि मैं अपने नानी घर के गांव में आ जाऊंगा। शहर के लोगों के लिए गांव जन्नत के समान होता है क्योंकि गांव में स्वच्छ हवा मिलती है, पेड़ ही पेड़ होते हैं, हरे भरे खेत मिलते हैं। शहर के लोग जब भी गांव आते हैं तो उनकी इच्छा होती है कि वह भी गांव में बस जाएं परंतु शहर के लोगों को भौतिक सुख इस तरह से जकड़े हुए रहता है, कि शहरी लोग चाह कर भी शहर के अलावा कहीं और नहीं बस सकते हैं। जब मैं नानी के पास गया तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि मैं आया हूं। मुझे आज भी याद है जब मैं छोटा था तो ग...