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Showing posts from March, 2019
Love life boring
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ओस से भीगें थे पहलू उन सायों के, फ़ना न हो जाए यूँ गर तन्हाईयाँ मिलें, भूल जाओ तुम फिर क्या हो उन वादों के... कश्तियों की मंजिल भी होती है मुकम्मल, मुसाफिरों के भी होते है दुरुस्त-ए-साहिल, बेपनाह शिद्दत से जीते है जिनके लिए, वही आज अपनों से रुख्सत हो लिए... बाबस्ता है ज़िन्दगी का अपने जमीर से, उल्फतों का दौर है मेरे ही लकीर में, उम्मीद का दामन छोडूंगा न तब तक, जीत न जाऊं अपनें ही रक़ीब से... फख्र है मुझे अपनें इबादत के आशियानें पर, छोड़ू न जिसे कभी वक़्त के पैमानें पर, पाना तो मुझे लक्ष्य हर हाल में है, चाहे ठोकर मारना पड़े कमज़र्फ से जमानें पर... राह में मुश्किलें आये तो परवाह नहीं, जिसे पाना है उसके अलावा कोई चाह नहीं, मुमकिन हो गर जान जाये खुद से वो, वर्ना खुदा के खुदाई पर विश्वास नहीं...
History
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इतिहास प्रगति हि प्रगति का इतिहास बन जाता है ऊंची ऊंची बाहों में आकाश भी सिमट आता है विष का घुट पिकर ही नील कंठ कहलाता है कांटो से घिर कर भी गुलाब खिल जाता है भरे भरे दल दल में कमल ऊभर आता है एक तिनका भी डूबे को सहारा दे जाता है झुझता हुआ जिवन हि इतिहास हमें दिखलाता है प्रगति हि प्रगति का इतिहास हमें बताता है रास्ता भले ही ना हो फिर भी मंजिल कि आश रहती है कोई साथ हो ना हो मुकद्दर हमेशा हमारे साथ रहती है! हर खुशी हर गम टल जाती है हर मौसम आकर बदल जाती है सुबह दोपहर शाम की तरह रात भी आकर गुजर जाती है प्रगति ही प्रकृति हि वो सुनेहरा इतिहास हमें सुनाता है देव राज ✍🏼
Lover
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बाबस्ता है ज़िन्दगी का अपने जमीर से, उल्फतों का दौर है मेरे ही लकीर में, उम्मीद का दामन छोडूंगा न तब तक, जीत न जाऊं अपनें ही रक़ीब से... फख्र है मुझे अपनें इबादत के आशियानें पर, छोड़ू न जिसे कभी वक़्त के पैमानें पर, पाना तो मुझे लक्ष्य हर हाल में है, चाहे ठोकर मारना पड़े कमज़र्फ से जमानें पर... राह में मुश्किलें आये तो परवाह नहीं, जिसे पाना है उसके अलावा कोई चाह नहीं, मुमकिन हो गर जान जाये खुद से वो, वर्ना खुदा के खुदाई पर विश्वास नहीं...
Pyaar
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माना की हम अब एक न हो सकेंगे, हम फिर कभी एक दूजे को मिल न सकेंगे, है मजबूरियां हमारे दरमियान बहुत सी, माना क़ी इन रस्मो को तोड़ न सकेंगे, पर हम तुझसे भी दिलो का बंधन छोड़ न सकेंगे, है नहीं तुझे भुलाना इतना आसान, हर वक्त हर लम्हा तुम ही मुझे याद आवोगे, बस हमारी धड़कनो का धड़कना एक साथ इस साम तक ही था, तेरे और मेरे दिल का कारवां इस मोड़ तक ही था....। ये दिल तुझे जानती हूं, अब भी तुझे अपना मानती हूं, ये है नही तेरे और मेरे लिये इतना आसान, भूल जाये हम एक दूजे को एक पल में, चलो आज कर ले शिकायते हम साथ में, थोरे से दर्द बाट ले साथ में, फिर ये मोसम आये या न आये गम न करना, तुझे वास्ता है हमारे प्यार का, मेरे बैगैर तुम जीना सीख जाना, हम इस जन्म ना सही अगले जन्म मिल जायेंगे, मैं इंतजार कर लुंगी और थोड़ा तुम कर लेना, प्यार की इस कहानी को हर जन्म में जिन्दा करना, लिखेंगे फिर से नई यादे और नये अफ़साने, जो खूबशूरत यादो का एक जमाना था,