deadline ✨

नवम्बर वाली इन मध्यम शीतल शामों से मेरा करीबी रिश्ता रहा है.. कभी-कभी लोगों से ज्यादा हम उस समय की वातावरण को मिस कर रहे होते हैं.. जिसकी कसक आज़ भी हमारे दिलों में अटकी हुई है... खैर लौटकर कुछ नहीं आता.. लोग तो बिल्कुल भी नहीं..!!

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