hua ek haseen hadsa 🫀✨☄️
तुमसे प्रेम किया है, यक़ीनन तुम मेरी पहली मोहब्बत नही हो, ये हादसा एक बार पहले भी हुआ है मेरे साथ..उस हादसे में सब कुछ बिखर गया था मेरा, उजड़ी हुई सांसों के साथ जीना मुश्किल हो गया था.. बिखरे सपनों को समेटने में कई साल लग गए थे..अंधेरे से प्रेम और ज्यादा रौशनी डराने लगी थी..रोज़ एक नया सवेरा जहाँ उम्मीदों की किरण बनकर सामने आता है, मैं हर रात को आख़िरी समझकर अपनी आँखों को कसकर बंद कर लिया करता था.. कभी-कभी तो छत की बक-बक सुनते और खिड़कियों से बातें करते हुए ही रात सुबह में बदल जाती.. ख़ैर ये एक दौर था, जो बीत गया..फिर तुमसे मुलाक़ात हुई..कब दिन में हो जाने वाली हमारी 4-6 बातें, 1-2 घंटो में बदल गयी इसका पता ही नहीं चला..मेरा तुम्हारी तऱफ बढ़ता हुआ हर एक कदम ऐसे लग रहा था जैसे मैं किसी ढलान वाले रास्ते पर चल रहा हूँ..बस मैं बढ़ता गया..और एक दिन हम ठीक एक दूसरे के एकदम आमने सामने आ गए..अब समय आ गया था हमारे साथ चलने का..मैंने बताया था कि तुम मेरी पहली मोहब्बत नहीं हो.. पर तुमसे हुई इस दूसरी मोहब्बत का हर एक एहसास मेरे लिए एकदम नया है, ऐसा पहले कभी महसूस नही हुआ..सब कुछ कितना आसान लगता है तुम्हारे...