dard ki ek nai dastan ☄️

सुनो तुम....हा तुम ही से कह रहा हूँ.. 
तुम्हारे द्वारा दुत्कारे जाने के बाद से ही सालों से खुद की खबर न रखने वाला ये लड़का अब तुम्हारे बिना एक पल नही गुजार पाना बहुत बेबस लाचार ..बे जान हो गया हु बेइंतेहा.!
ख्वाहिश पनपति है की सीधा चला आऊं तुम्हारे पास वहां जहां तुम  मुझे
पूरे हक से रोको और मैं सारी दुनियादारी भूल कर रुक जाऊं.. तुम्हारी कोई बात हमसे कभी काटी नही गई.. बात काटना तो दूर मैंने पलट कर कोई सवाल तक नही किया.. क्योंकि प्रेम थोड़ी कम था तुमसे पर तुम्हारी इज्जत ज्यादा करता था शायद ऐसी ही कई और वजहें हो जिन्हें तुमसे कभी कह नही पाया और
बता नही पाया कि तुम कितनी जरूरी और बेशकीमती हो मेरे लिए बस एक बात कहना चाहता था.. हर दिन हर पल तुम्हारी यादें मुझे अपने आग़ोश में तीव्र गति से कस ती ही चली जा रही है और अब ये कसाव कभी - कभी मुझे सांस लेने में तकलीफ देने लगता है इस बन्धन को खोल कर मुझे अपनी बाहों में समेट लो.. एक
बार टूट कर तुम पर बिखरना है आखरी तो नही पर लगभग आखरी इच्छा है ये.. 🖤

#दर्द #तन्हाई #पूजा 

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