मैं 🗿


 एक वक्त होता है जब हम चाहते हैं दोस्त बनाना, लोगों के साथ जुड़ना, मिलना–जुलना, हंसना–खेलना। और फिर एक वक्त आता है जब हमें इन सारी चीजों से कुढ़न होने लगती है, अकेलापन सुकून देने लगता है। जिन्दगी के दौड़ में हम कब बदल जाते हैं हमें पता ही नहीं चलता। और फिर अतीत के पन्ने पलट के जब कभी खुद को देखते हैं तो अचंभित होते हुए खुद से ही सवाल करते हैं कि " क्या ये मैं ही हूं"..!!!! 😒


#bitturaja420

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