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Showing posts from 2025

3am

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  जिंदगी, जिंदगी न रही। लगभग 10 दिनों से पता नहीं मेरे नींद को कौन खाए जा रहा है। हर दिन सुबह लगभग 3:13 में मेरी नींद खुल जा रही है। आज भी मेरी आंखें पूरे 3:13 में ही खुली। कमरा पूरी तरह से अंधेरे में घुला था। पंखा बंद था। पंखा क्यों बंद था मुझे मालूम नहीं। पंखे की जरूरत महसूस हो रही थी, परंतु शरीर उठ के पंखे को चालू करने के लिए राजी नहीं हो रहा था। मुझे ये कहने में झिझक नहीं होगी, कि मैं एक आलसी किस्म का इंसान हूं। पूरे जिस्म के ऊपर पसीने की बूंदे रेंग रही थी। कमरे की खिड़की खुली थी। पूरा शहर इस वक्त सो रहा था। मैं सोचने लगा कि कोई बीमार ही होगा जो इस वक्त जगा होगा। पूरा शहर इस वक्त एक विचित्र सन्नाटे में तैर रहा था। इस वक्त का सन्नाटा मेरे अंदर के रूह को सांत्वना दे रहा था। मैं उस वक्त तक बिस्तर पे ही लेटा था। गर्मी से लतपथ होने के बावजूद मेरे में इतनी शक्ति नहीं थी कि मैं उठ के पंखे का बटन दवा दूं। मैने महसूस किया कि मेरे जिस्म को कोई जंजीरों से बांध रखा है। और मेरी आलस्पन देखिए मैं उन्हें छुड़ाने की कोशिश भी नहीं कर रहा हूं। मेरी बीमारी क्या है मुझे मालूम नहीं। मैने कुछ समय बा...

संघर्ष ⚕️

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 संघर्ष में जीवन है या जीवन में संघर्ष समझ ही नहीं आता। अपने कमरे में बैठा हूं। बिजली नहीं है। कमरे में मकड़ियां दौड़ रही है और दो छिपकलियां आपस में लड़ रही है। कमरे के दोनों खिड़कियां खुली हुई है। खिड़की से गर्म हवा कमरे में प्रवेश कर रही है। ऐसा प्रतीत होता है जैसे बाहर किसी ने आग लगा दी है। गर्मी दस्तक दे दी है। मन में कई उलझने लिए अपने बिस्तर पर लेटा हूं। माता-पिता की बहुत याद आती है। जिंदगी में कुछ बड़ा कर दिखाने की लालसा में अपनी उम्र का गला घोंटे जा रहा हूं। बिना माता-पिता के जिंदगी गुजारना जहन्नुम में जिंदगी गुजारने के बराबर होता है। आप उस वक्त अपनी जिंदगी का असली चेहरा देखते हैं, जब बिस्तर पर बीमार लेटे आप मर रहे होते हैं, और आपको पानी देने वाला भी आपके पास कोई नहीं होता। मेरी जिंदगी बड़ा निर्दय है। हर वक्त हमसे रूठी रहती है। मैं अपने किस्मत पर घमंड करता हूं क्योंकि मैं आज तक अपने जिंदगी में जो कुछ भी चाहा है मुझे वो हासिल नहीं हुआ। मैं जानता हूं मुझे कोई नहीं पूछता। मैं जानता हूं कि मुझसे कोई बात नहीं करना चाहता। मैं जानता हूं कि मेरी कोई इज्जत नहीं करता। मैंने जिंदगी को...

गांव 🛞

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। यात्राएं मेडिटेशन का काम करती है। आप जब भी यात्रा करते हैं तो आप महसूस करते हैं कि आपके साथ कुछ तो अजीब हो रहा है। कई दिनों से मुझे भी यात्रा करने की चूल मची थी। कई जगह यात्रा करने के बाद, मैंने नानी घर जाने का फैसला किया। मेरे नानी का गांव मेरे घर से 60 किलोमीटर की दूरी पर है। मैं अभी अपने  नानी के घर पर हूं। मैंने ज्यादा कुछ नहीं दो जोड़े कपड़े और अपना मोबाइल और चार्जर बैग में रखा और बस पकड़ा और मैं यहां आ गया। बहुत दिनों से मुझे किसी गांव में रहने की हार्दिक इच्छा हो रही थी, मुझे नहीं मालूम था कि मैं अपने नानी घर के गांव में आ जाऊंगा। शहर के लोगों के लिए गांव जन्नत के समान होता है क्योंकि गांव में स्वच्छ हवा मिलती है, पेड़ ही पेड़ होते हैं, हरे भरे खेत मिलते हैं। शहर के लोग जब भी गांव आते हैं तो उनकी इच्छा होती है कि वह भी गांव में बस जाएं परंतु शहर के लोगों को भौतिक सुख इस तरह से जकड़े हुए रहता है, कि शहरी लोग चाह कर भी शहर के अलावा कहीं और नहीं बस सकते हैं।  जब मैं  नानी के पास गया तो उन्हें विश्वास ही नहीं हुआ कि मैं आया हूं। मुझे आज भी याद है जब मैं छोटा था तो ग...

ऊफ़ वो लड़की 💌

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एक ख़ूबसूरत सी सावली सी लड़की, बहुत खुल के मिलती है वो बेबाक सी लड़की। उसकी शोहबत में मुझे कुछ होश नही रहता, कुछ अना नही रहता कुछ नौमीद नही रहता। देखकर गाफिल अदा मेरी करती है इताब वो मासूम सी लड़की। वो किसी और से मोहब्बत करती है शायद, मेरे दिल को भी उसका इंतज़ार रहता है शायद। मेरी आँखें पढ़ लेती तो कुछ और बात होती, मेरे अल्फ़ाज़ समझ लेती तो कुछ और बात होती। राह में उसकी खड़ा हूँ मैं इख़्तिलात लिए हुए और जहां में मोहब्बत ढूंढती है वो नादान सी लड़की। मिले जो कभी उस जहां में तो उससे इज़हार करूँगा उस दिन मोहब्बत का राज़-ए-बयां करूँगा। जानकर मिरा हाल-ए-दिल कुछ हैरान तो होगी, कुछ मुस्कुराएगी, कुछ नाराज़ तो होगी। सारी हदों को तोड़ वो पास आएगी और मेरी हो जायेगी वो मासूम सी लड़की।

Ek din ❤️‍🔥

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एक दिन तुम मुझे भी भुला दोगे जैसे लोग बीते हुए कल को भूल जाते हैं आवश्यकता पूरी हो जाने पर उपकार भूल जाते हैं जवान होते ही माँ बाप का त्याग भूल जाते हैं भाई बहनों का दुलार भूल जाते हैं गुरु की शिक्षा बड़ों से लिया अनुभव छोटों से मिला आदर - सत्कार भूल जाते हैं पालनहार का संघर्ष उनकी आशाएं भूल जाते हैं भूल जाते हैं अपनी बढ़वार दुर्बल शरीर में रक्त का संचार गिरते सँभलते घुटनों से अपने पैरों पर खड़े होने तक मिली हुई सहायता, प्रोत्साहन और मार्गदर्शन वैसे ही एक दिन तुम मुझे भी भुला दोगे

pasand ❄️

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जब कोई व्यक्ति आपको पहली बार पसंद आता है, तो वह आकर्षण हो सकता है, लेकिन जब वही व्यक्ति आपको सारी उम्र पसंद रहता है, तो वह प्रेम है। प्रेम एक ऐसा रिश्ता है जो समय के साथ बढ़ता है, जो उम्र के साथ परिपक्व होता है, और जो जीवन के हर मोड़ पर साथ रहता है। जब आप किसी को सारी उम्र पसंद करते हैं, तो वह आपके जीवन का एक अभिन्न अंग बन जाता है, आपके दिल का एक हिस्सा बन जाता है, और आपके जीवन का एक अर्थ बन जाता है। प्रेम में कोई शर्त नहीं होती, कोई उम्मीद नहीं होती, बस एक दूसरे के लिए प्यार और समर्थन प्रेम एक ऐसा रिश्ता है जो जीवन को अर्थपूर्ण बनाता है, जो दिलों को जोड़ता है ! ❤

स्त्री 💃

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सभी स्त्रीयों को समर्पित... 💗💗 जो केवल आपके भरोसे पर अपने अपनो को,अपने बचपन के आंगन तक को छोड़ आती हैं, वो लड़कियां जो अपनी चीजे अपने भाई बहनों से भी शेयर नही करती, वो आपके घर आकर कितना कुछ एडजेस्ट करती हैं। आसान नही होता है अपना घर छोड़कर दूसरे घर के अपनाना, अनजान लोगों के बीच सरल होकर रहना,खुद को संभालकर रखना, उन सबको अपनेपन का एहसास करवाना,किसी को महसूस तक न होने देना कि उसे असहज महसूस होता है, क्योंकि यहां सबकुछ अलग है, नया है। तो अपनी पत्नी के लिए आपका भी कुछ फर्ज़ तो बनता है, क्योंकि उस घर में वो अगर वो किसी पर सबसे ज्यादा विश्वास करती हैं तो वो हैं आप। उन्हे इतना स्नेह दें की उन्हें कभी आपके घर में कोई कमी न खले,उनसे बातें शेयर करें ,उनसे पूछें की उन्हें कुछ कहना तो नही,उन्हे समझने की कोशिश करें। वो कुछ नया करें तो उन्हे अप्रिशिएट करें उनका मनोबल बढ़ाएं, कभी बिना किसी वजह के उन्हे कुछ तोहफे दें भले ही एक फूल दे दें। प्रेम में लेन देन मायने नही रखता, ये तो सिर्फ इसलिए है कि छोटी छोटी खुशी उसके चेहरे की रौनक बढ़ा सके। उनके कुछ कहने से पहले आपको उनकी हिचक महसूस होनी च...

एहसास 🤞

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दो लोग करीब आकर भी क्यों अधूरे रह जाते है,क्योंकि वो दोनों अपने अहंकार में होते हैं,लेकिन एक रोज़ उनको ये एहसास होगा कि उनके अहम से बढ़कर भी कोई चीज़ हैं,जो मायने रखती हैं,वो हैं एहसास किसी को हमेशा के लिए खो देने का एहसास उस वक्त का जब चीज़ें क़ाबू में थी, एहसास उस सिलसिले का जब ये यक़ीन था,कि मुझे इस जहां में उतारा गया हैं,सिर्फ़ इस शख़्स के लिए लेकिन हम खो देना पसन्द करते हैं... केशव ❄️