Ankhya tari
आँखे तेरी भी नम हो
पर मुझसे कम हो
दिल तेरा भी टूटे
पर गम जो मिले
मुझसे कम हो
तू भूल जाये किसी को
पर मैं ना भुला पाऊंगा
जिस शिद्दत से चाहा था
तुझको उसी शिद्दत से चाहुँगा
ना पास आऊँगा
ना दूर जाऊँगा
बस छुप छुप कर तुझे चाहुँगा
मेरी तम्मनाओं के सागर में तू हर रोज़ डुबकी लगाती है
तू तो भीग कर निकलती है
मेरी यादों से
पर मैं अकेला तन्हा रह जाता हूँ
जाने क्यूँ ऐसा होता है जो सच्चा हो वो अधूरा रह जाता है
चल हम भी वादा करते है तुझसे
कि हर साँस में तुझे बसा लेंगे
और जब ये सांसो की डोर छूटेगी
हम तेरा ही नाम लेंगे
हम तेरा ही नाम लेंगे
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thanks god blas you