Ham dakhta rah gaye
कुछ किस्से सुने,
कुछ अनसुने रह गए ।
कुछ बातें कही,
कुछ अनकही रह गयी ।
कुछ सपने पूरे हुए,
कुछ अधूरे रह गए ।
कभी खुशी इतनी मिली
हम पागल से देखते रह गए ,
पलक झपकते ही इतना गम मिला ,
कि हम सिमट के रह गए ।
जिंदगी ना जाने कितनी बार तमाशा बनी,
और हम देखते रह गए
हम देखते रह गए।।
© bitturaja 👑
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thanks god blas you